दर्द भरी शायरी
Sunday 24 January 2016
तन्हाई भरी शायरी
तनहाई में फरियाद…
तनहाई में फरियाद तो कर सकता हूँ,
वीराने को आबाद कर सकता हूँ,
जब चाहूँ तुम्हे मिल नहीं सकता,
लेकिन जब चाहूँ तुम्हे याद कर सकता हूँ |
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