दर्द भरी शायरी
खुद
को
ख़ुदा
कहा
और
खुद
ही
ख़ुदा
हो
गए,
रिश्तों की कशमकश में खुद से जुदा हो गए !
बांचते रहे तमाम उम्र आईने में अपनी सूरत,
तन्हा रहे जिंदगी में और भीड़ में ही खो गए !!
रिश्तों की कशमकश में खुद से जुदा हो गए !
बांचते रहे तमाम उम्र आईने में अपनी सूरत,
तन्हा रहे जिंदगी में और भीड़ में ही खो गए !!